ज्यादा विचार मतलब कम प्रेम
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
प्रेम के लिए जगह कहा
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
कौन हुकुम करेगा प्रेम क्रीडा का
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
प्रेम का छूना एहसास कैसे करोगे
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
आप भुत या भविष्य में होते हो
और प्रेम तो सिर्फ वर्तमान में ही होता है
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
कोई दिशा नहीं होती या फीर हल ढूंढ़ता है
जबकि प्रेम कि सुहानी घडिया गवां देते हो
ऐसे ज्यादा सोचनेवाले
कम प्रेमी होते है
सोचो मत सिर्फ प्रेम करो
कौन हुकुम करेगा प्रेम क्रीडा का
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
प्रेम का छूना एहसास कैसे करोगे
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
आप भुत या भविष्य में होते हो
और प्रेम तो सिर्फ वर्तमान में ही होता है
जब दिमाग विचारो से भरा हो तो
कोई दिशा नहीं होती या फीर हल ढूंढ़ता है
जबकि प्रेम कि सुहानी घडिया गवां देते हो
ऐसे ज्यादा सोचनेवाले
कम प्रेमी होते है
सोचो मत सिर्फ प्रेम करो
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